एलर्जी क्या है :-
एलर्जी एक अनुवांशिक रोग है यानि की के परिवार एवम वंशज से मिलती है । अगर आप के वंश में किसी को भी एलर्जी थी तो शायद आपको भी हो सकती है । सिगरेट का धुआं, फूलों से एलर्जी अथवा किसी भी ख़ास पदार्थ के लगातार संपर्क से भी एलर्जी होती है। एलर्जी के मुख्या कारन हैं कॉकरोच, घर में गन्दगी एवं धुल, किसी ख़ास पशु से भी हो सकती है एलर्जी । लेकिन इससे बचने के बहुत से उपाएं हैं ।
एलर्जी से कैसे बचें :-
एलर्जी से बचने के काफी सरे घरेलु उपाय हैं जिन्हे आप फॉलो करके एलर्जी से बच सकते हैं :-
मौसमी एलर्जी से कैसे बचें :-
- आपको जिन भी चीजों से एलर्जी है उनसे ख़ास दुरी बनाएं रखें ।
- अगर किसी ख़ास मौसम से एलर्जी हो तो उस मौसम में जायदा घर से बहार न जाएं, घर के खिड़की एवं दरवाजे बंद रखें ।
- इससे काफी हद तक एलर्जी कंट्रोल हो जाएगी ।
- लॉन की घास को समय समय में काटते रहें ।
बारहमासी एलर्जी से कैसे बचें :-
अगर आप बारहमासी की एलर्जी से पीड़ित है तो इसका प्रमुख कारन घर एवं दफ्तर है । घर एवं दफ्तर में जमने वाली धुल से ये प्रॉब्लम होती है ।
- कोशिश करें की घर अवं दफ्तर को साफ सूत्रा रखें। अगर घर में धुल बनने वाले कुछ चीज हो तो उन्हें तुरंत हटा दें, कालीन एवं गद्दों की साफ सफाई नियमित रूप से करें ।
- हर हफ्ते गद्दों एवं कालीन को गर्म पानी से धोएं और कड़कती धुप में सुखाएं, दरवाजे अवं खिड़कियां हमेशा बंद रखें ।
- अगर कहीं बहार जाएं तो मास्क लगा के जाएं, घर आते वक्त चप्पल एवं जूते घर के बहार उतारें, कोशिश करें घर एवं आपका दफ्तर जितना हो सके उतना साफ़ रखें ।
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एलर्जी से सावधान रहें :-
- एलर्जी कोई आम बीमारी नहीं है ये घातक नही हो सकती है इसे काम न आंके सही समय में इसका इलाज कराएं, इसे नजरअंदाज करेंगे तो गले एवं पेट की बीमारी हो सकती है
- घरेलु उपचार में काली मिर्च एवं शहद, 10 से 12 काली मिर्च 2 चम्मच शहद में भिगो के रख लें और सुबह चबा लें। शहद में हल्दी मिली हुई हो तो बेहतर होगा ।
- एक और घरेलु उपचार है की हरी और तजि नीम की पत्तियों को बारीक पीस लें उसमे बाद इसके छोटे छोटे गोली बना कर शहद में डुबोकर निगल लें । ये उपचार एलर्जी में काफी लाभदायक है , इसके सेवन के 1 घंटे तक कुछ भी न खाएं।
- प्राणायाम एलर्जी का मूल विनाशक है, कपालभाति करने से एलर्जी से बहुत जायदा छुटकारा मिलता है साथ ही साथ इससे सर्दी से भी रहत मिलती है । अगर कपालभाति का सही अभ्यास हो तो बलगम से पूर्णतः छुटकारा मिलता है ।
- शुरुवात में 50 बार कपालभाति करें फिर संख्या बढ़ाएं, ऐसे भी लोग हैं जो दिन में 500 - 1000 बार कपालभाति करते हैं।
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